नई दिल्ली [प्रणय उपाध्याय]। स्वदेशी नाभिकीय पनडुब्बी आइएनएस अरिहंत का रिएक्टर चालू होने और देश में बन रहे पहले विमानवाहक पोत आइएनएस विक्रांत की लांचिंग पर खुशियां मना रही भारतीय नौसेना को मंगलवार रात तगड़ा झटका लगा जब मुंबई डॉकयार्ड में उसकी एक पनडुब्बी आइएनएस सिंधुरक्षक में आग लग गई। रूस से तीन महीने पहले ही नए साजो-सामान से लैस होकर आई इस पनडुब्बी में विस्फोटों के बाद लगी आग में 18 नौसैनिकों के मारे जाने की आशंका है। पनडुब्बी का बड़ा हिस्सा पानी में डूब चुका है और बचाव व राहत कार्य जारी हैं।
इस बीच नौसेना प्रमुख एडमिरल डीके जोशी मुंबई रवाना हो गए हैं। नौसेना मुख्यालय के अधिकारियों के अनुसार मुंबई बंदरगाह पर खड़ी किलो श्रेणी की इस पनडुब्बी में लगी आग के बाद 18 नौसैनिक लापता हैं। अभी यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि इन 18 नौसैनिकों में से कोई बचा है या नहीं। देर रात हुए धमाकों के बाद से मुंबई के कोलाबा इलाके स्थित नौसेना डॉकयार्ड में राहत व बचाव कार्य जारी हैं। नौसेना के मुताबिक पनडुब्बी का केवल कुछ हिस्सा ही सतह पर नजर आ रहा है।
नौसेना मुख्यालय के मुताबिक यह डीजल इलैक्ट्रिक पनडुब्बी मुंबई में किसी तैनाती पर नहीं थी बल्कि वहां केवल खड़ी थी। मंगलवार को आधी रात के करीब हुए इस के हादसे के कारणों का पता लगाने के लिए नौसेना ने बोर्ड ऑफ इंक्वायरी के आदेश दे दिए हैं। इस दुर्घटना में घायल हुए नौसैनिकों को आइ नौसैनिक अस्पताल ले जाया गया है। नौसेना के गोताखोरों का दस्ता लगाया गया है।
सूत्रों के मुताबिक आइएनएस सिंधुरक्षक में हुए इस हादसे के वक्त नौसेना की एक दूसरी आइनएस सिंधुरत्न भी नजदीक खड़ी थी। दुर्घटना में इसे कोई नुकसान हुआ है या नहीं इस बारे में कोई खबर नहीं है। इस बीच स्वतंत्रता दिवस से ऐन पहले नौसेना पनडुब्बी में हुई धमाकों ने सुरक्षा के भी कई सवाल खड़े कर दिए हैं। अत्यंत संवेदनशील व सुरक्षित इलाके में इस घटना के तुरंत बाद बांबे पोर्ट ट्रस्ट समेत मुंबई के सभी सामरिक संस्थानों को अलर्ट कर दिया गया है। स्वतंत्रता दिवस से पहले आतंकी हमले की आशंकाओं के बीच मुंबई में पहले ही अलर्ट है। नौसेना डॉकयार्ड प्रतिबंधित क्षेत्र है।
गौरतलब है कि आईएनएस सिंधुरक्षक पनडुब्बी रूस में बनी है। यह अप्रैल में ही रूस के वेजदोज्का शिपयार्ड से अपग्रेड होकर मुंबई लौटी थी। इसका निर्माण सेंट पीटर्सबर्ग में 1997 में किया गया था। 2300 टन वजन वाली पनडुब्बी की कीमत करीब 490 करोड़ रुपये थी। इस पनडुब्बी में 2010 में भी आग लग गई थी। इसमें एक नाविक की मौत हो गई थी। उस वक्त यह विशाखापट्टनम में तैनात थी।
बीते कुछ समय में मुंबई के नौसेना डॉकयार्ड में हादसे की यह पहली घटना नहीं है। इससे पहले जनवरी 2011 में नौसैनिक पोत आईएनएस विंध्यगिरि में लग गई थी आग। इसके बाद 3 नवंबर 2011 को प्रशासनिक इमारत में भी शॉर्टसर्किट के कारण आग लग गई थी।
Original Found Here... http://www.jagran.com/news/national-18-missing-after-explosion-fire-on-navy-submarine-in-mumbai-10646295.html
No comments:
Post a Comment